अतीक अहमद एक तांगे वाले का बेटा था, अपनी पहचान बनाने के लिए उसने अपराध के मैदान मे कदम रखा।
अतीक अहमद उमेशपाल शूटआउट के बाद सुर्खियों मे आया।
अतीक अहमद के नाम पर 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है, किन्तु अतीक के भय से और राजनीतिक पहुच से कभी कोई सजा नहीं मिली।
अतीक अहमद ने 1989 मे इलहबाद विधानसभा से चुनाव लड़ा और कैसे भी करके जीत हासिल कर ली।
जीत हासिल करने के उपरांत भी विपक्ष पार्टी से चुनाव लड़ने वाले चाँद बाबा का मर्डर कर दिया।
अतीक अहमद 1991, 1993,1996 और 2002 मे विधायक के रूप मे चुना गया, साथ ही एक बार सांसद के रूप मे भी जीत हासिल की ।
विधायक और सांसद रहते हुए अतीक अहमद ने कई मर्डर, डकैती, और अपहरण के अपराधों को अंजाम दिया।
अतीक अहमद के गैंग का नंबर is-227 है और इस गंड मे 121 ऐक्टिव सदस्य है।
अतीक अहमद को 15 अप्रैल को हेल्थ जांच के लिए ले जय जा रहा था, अतीक अहमद के साथ पुलिस की सुरक्षा भी थी।
जांच के लिए जाते समय कुछ अनजान व्यक्तियों द्वारा अतीक अहमद को गोलियों से गोलियों से छलनी कर दिया
साल 1979 में मात्र 17 साल की उम्र में अतीक अहमद पर मर्डर का पहला इल्जाम लगा।